गट माइक्रोबायोम और मानसिक स्वास्थ्य: एक अदृश्य संबंध
परिचय: आंत को दूसरा दिमाग क्यों कहते हैं?
वैज्ञानिक शोधों ने हाल के वर्षों में यह साबित किया है कि गट माइक्रोबायोम और मानसिक स्वास्थ्य के बीच गहरा संबंध है। हमारी आंत में मौजूद लगभग 100 ट्रिलियन सूक्ष्मजीव मस्तिष्क के कार्यों को प्रभावित करते हैं।
गट-ब्रेन एक्सिस: संचार का मार्ग
वेगस नर्व की भूमिका
आंत और मस्तिष्क के बीच मुख्य संचार मार्ग वेगस तंत्रिका है। यह द्विमार्गी संचार प्रणाली न्यूरोट्रांसमीटर उत्पादन को प्रभावित करती है।
न्यूरोट्रांसमीटर उत्पादन
आंत के सूक्ष्मजीव सेरोटोनिन का 90% से अधिक और डोपामाइन का 50% उत्पादन करते हैं। ये मानसिक स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण रसायन हैं।
गट माइक्रोबायोम को प्रभावित करने वाले कारक
आहार का प्रभाव
प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ और चीनी गट बैक्टीरिया को नुकसान पहुंचाते हैं। फाइबर युक्त आहार लाभकारी बैक्टीरिया को बढ़ावा देता है।
तनाव और नींद
पुराना तनाव और नींद की कमी माइक्रोबायोम संतुलन को बिगाड़ सकते हैं। WHO के अनुसार मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं वैश्विक चिंता का विषय हैं।
बैक्टीरिया | लाभ |
---|---|
लैक्टोबैसिलस | चिंता कम करना |
बिफीडोबैक्टीरियम | अवसाद से सुरक्षा |
गट स्वास्थ्य सुधारने के उपाय
प्रोबायोटिक्स और प्रीबायोटिक्स
दही, किमची और केफिर जैसे खाद्य पदार्थ आंत के बैक्टीरिया को पोषण देते हैं। प्रतिदिन 1-2 बड़े चम्मच अचार का रस लाभकारी हो सकता है।
आयुर्वेदिक उपचार
त्रिफला चूर्ण और अश्वगंधा जैसी जड़ी-बूटियाँ गट-ब्रेन अक्ष को मजबूत करती हैं।
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